आज जीवन एक चुनौती है ,एक संघर्ष है इसे स्वीकार करने के आलावा हमारे पास कोई चारा नहीं है जीवन एक अवसर है इसका सही उपयोग करके उन्नति के शिखर तक पहुंचा जा सकता है, हर व्यक्ति की संरचना तो एक ही है ,
फिर भी कुछ साहसी होते है और कुछ भीरु .
साहसी व्यक्ति मुसीबतों से होड़ लेतें है और अपने बल से उन्हें अपने अनुकूल बना लेते है,
जबकि भीरु व्यक्ति घबराकर
बुरी आशंकाओं से घिरकर विचलित होने लगता है और हड़बड़ी में और परेशानियों को निकट ले आते है . इसलिए मेरे हिसाब से हर विपत्ति या आपत्ति अभिशाप नहीं होती । जीवन की प्रारंभिक विपत्तियाँ अनेकों बार वरदान सिद्ध होती है ।ऐसा कई महापुरुषों की जीवन गाथा पढने से लगता है और मुझे इसी से बल मिलता है ।
अपर्णा ............................................
फिर भी कुछ साहसी होते है और कुछ भीरु .
साहसी व्यक्ति मुसीबतों से होड़ लेतें है और अपने बल से उन्हें अपने अनुकूल बना लेते है,
जबकि भीरु व्यक्ति घबराकर
बुरी आशंकाओं से घिरकर विचलित होने लगता है और हड़बड़ी में और परेशानियों को निकट ले आते है . इसलिए मेरे हिसाब से हर विपत्ति या आपत्ति अभिशाप नहीं होती । जीवन की प्रारंभिक विपत्तियाँ अनेकों बार वरदान सिद्ध होती है ।ऐसा कई महापुरुषों की जीवन गाथा पढने से लगता है और मुझे इसी से बल मिलता है ।
अपर्णा ............................................
No comments:
Post a Comment