Friday 17 April 2015

लक्ष्मी जी - दीवाली की रात
गृहलक्ष्मी जी से बोली
आओ बताएं कि ---
वे अपने वाहन को "उल्लू "कैसे बनाती हैं 
भारत देश महान

इस भारत में गौ-रक्षा से कभी -
बही दूध की धार।
अब पानी को भी तरसत हैं
अकाल पड़े हर बार ।
स्वाइन-फ्लू और डेंगू बुखार -
से सब हो गए बेहाल ।
नामर्दी,कमजोरी आई -
रोते पकड़ कपार।
गाय बेचीं, बेटी भी बेचीं -
बुद्धि पर पड़े अंगार । ।

     अर्पणा पाण्डेय ०