वर्तमान समय हमारी रचनात्मकता के लिए सबसे संघर्ष पूर्ण समय है जिसका सामना करना लेखक के लिए सबसे बड़ी चुनौती है छोटे शहरों की वास्तविकताओं और आवश्यकता को समझते हुए मुंबई से आये युवा रंगकर्मी अभिनव पाण्डेय नाट्यकला के प्रचार -प्रसार में सक्रिय हो रहे हैं निश्चय ही वे बधाई के पात्र हैं । रास्ते बने और मशाल जले यही कामना है । अर्पणा ......................................