Tuesday, 16 February 2021

 सबसे बड़ा कौन ......

एक बार नारद जी के मन में यह जानने की इच्छा हुई कि ब्रह्मांड में सबसे बड़ा कौन है नारद जी ने भगवान विष्णु के सामने अपनी जिज्ञासा रखें विष्णु जी ने मुस्कुराते हुए कहा नारद जी सबसे बड़ा तो यह पृथ्वी है इसलिए हम पृथ्वी को सबसे बड़ा कर सकते हैं पर समुद्र में पृथ्वी को घेर रखा है इससे समुद्र सबसे बड़ा हुआ तब नारदजी बोले मान लेता हूं कि सबसे बड़ा समुद्र है किंतु समुद्र को भी अगस्त्यमुनि ने पी लिया इसलिए वे बड़े हुए .ठीक है आप कहते हैं तो अगस्त जी को बड़ा मान लेता हूं विष्णु ने कहा! नारद जी यह तो समझो कि वे रहते कहां है आकाश में एक जुगनू की तरह चमक रहे हैं. इसलिए आकाश उनसे भी बड़ा है नारद जी बोले ठीक कहते हैं आप सबसे बड़ा आकाश है फिर विष्णु ने कहा लेकिन वामन अवतार ने इस आकाश को भी एक ही पग में नाप लिया था इसलिए बामन ही विराट है नारद जी ने विष्णु के पैर पकड़ते हुए कहा भगवान आप ही 52 अवतार थे अब आपने 16 कलाएं धारण कर ली हैं .इसलिए बामन से विष्णु बड़े हैं.. मैं आपको प्रणाम करता हूं विष्णु जी ने कहा! मैं विराट स्वरूप धारण करने के बाद भी अपने भक्तों के छोटे से हृदय में विराजी था इसलिए बढ़े तो मेरे वे भक्त हैं जो शुद्ध mn से मेरी आराधना करते हैं .तुम भी सच्चे भक्त हो .इसलिए वास्तव में सबसे महान और बड़े तुम स्वयं हो यह बात सुनकर नारदजी समझ गए कि बड़े लोग अपने बड़प्पन कभी नहीं छोड़ते वह छोटे लोगों को बड़ा कहकर उन्हें आगे बढ़ने का मौका देते हैं l
(सुनी -सुनाई कथा )
अर्पणा पाण्डे 94 55225 325

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