Tuesday, 16 February 2021

 मां और शिक्षक ........

एक गरीब मां चाहती थी कि उसका बेटा पियानो सीख कर एक बड़ा कलाकार बने l वह उसे हर रोज संगीत शिक्षक के पास ले जाती है किंतु बच्चा जाकर भी सीख नहीं पाता शिक्षक काफी प्रसिद्ध थे वह बच्चे को सिखाने की कोशिश करते पर कई बार झल्ला कर मना कर देते . फिर भी मैं हर रोज उसे लेकर आती और पूरे क्लास के दौरान बाहर बैठी रहती एक दिन मास्टर ने कहा कि आपका बेटा नहीं सीख सकता इसे ले जाओ यह तो मेरी भी बदनामी करा देगा कि किसने सिखाया है लड़का मां के साथ वापस चला गया कुछ समय बाद स्कूल के वार्षिक उत्सव का आयोजन हुआ जिसमें पुराने छात्र भी आमंत्रित किए गए समारोह में वह बालक भी आया उसने गंदे से कपड़े पहन रखे थे टीचर ने उसे देखा तो उन्हें दया आ गई उन्होंने कहा कि आज तुम्हें भी बजाने का मौका दूंगा लेकिन जरा बाद में वह लड़का पीछे जाकर बैठ गया काफी बच्चे आए और उन्होंने बहुत कुछ अच्छा बजाया आखिर में उसकी बारी आई लेकिन उसने इतना अच्छा पियानो बजाया की सभी मंत्रमुग्ध हो गए टीचर ने जाकर उसे गले लगा लिया फिर पूछा इतना अच्छा कैसे सीखा तुम तो बिल्कुल नहीं बजा पाते थे लड़के ने बताया मेरी मां चाहती थी कि मैं अच्छा पियानो बजाना सीखे किंतु उन्हें कैंसर था इसकी वजह से वह सुन नहीं सकती थी अब वह सुन सकती है मैंने उसी को सुनाने के लिए बजाया था संगीत शिक्षक श्रोताओं की ओर देखने लगा क्या वह आई हैं कहां बैठी है बच्चे ने धीरे से कहा वह जिंदगी की इस लड़ाई में आज हार गई लेकिन स्वर्ग से शायद व ह मेरा पियानो सुन सके सुनकर सबकी आंखें भीग गई और टीचर ने उस बच्चे से माफी मांगी सच्चा शिक्षक वह नहीं मां थी जिसके पास इतना धैर्य थाl
(सुनी सुनाई कथा )
अर्पणा पांडे 94 55225 325

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