Monday, 8 April 2024


 अगर दिल टूट गया है तो ये सोचो कि किसी का जोड़ने के लिये किसी का तो तोड़ना पड़ता है जिसके नसीब का था उसको मिल गया होगा शायद

मुझसे कोई पूछे कि जिन्दगी जीने का क्या है सलीका तो मैं मुस्करा कर कह देती हूँ कि मैंने जिन्दगी से यही है सीखा ।

अगर बदन पर कपड़ा और सर पर है छत और है थाली में खाना तो मुस्कराना ही । जरूरत से ज्यादा हो तो मिलबांट कर खाना

मुस्कराते चेहरों के पीछे के दर्द को मुस्कराने वाले ही समझ सकते हैं इसलिये हर दर्द का मर्ज मुस्कराना । 🤣🤣😆❤️

ऐमेरे दिले नादान तूगम से न घबराना

फरियाद से क्या हासिल रोने से नतीजा क्या

बेकार की ये वाते . . . . .

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