Monday, 19 September 2022

सरिया, सोहर

 जेठानी आई s s दिन- चार, 

जेठानी मेरी गोतिनिया  ।

सास को भेजो नउआ ,

ननद को बरिया ।

जेठानी को तुम लेन जाओ ,

जेठानी मेरी गोतिनिया। 


सास को भेजो,इक्का

ननद को बग्धी, 

जेठानी को रथ  ढरकाओ

जेठानी मेरी गोतिनिया  ।


सास को उतारो  अंगनवा,

ननद को उतारो वरोठवा,

जेठानी को अपने कमरा ।

जेठानी मेरी गोतिनिया  ।


सास ने खर्चों रुपय्या, 

ननद ने अठन्नी ।

जेठानी ने खर्ची छ्दाम  ,

हमारो मन फट गयो रे ।

सास को भेजो संजा, 

ननद को सवेरे  ।

जेठानी को भेज देओ दोपहरिया

जेठानी के पैर जल जाये,

जेठानी मेरी गोतिनिया  ।।

शब्द     _ अर्थ

गीतिनिया - अपने गोत्र की

नहुआ     -  नाऊ

बरिया     -  पत्तल उठाने वाला

ढर काओ  - धक्का देना या हांकना 

बरोठवा    - बरामदा ,कमरे के बाहर का हिस्सा

छदाम      - सबसे छोटा सिक्का

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0 अर्पणा पाण्डे

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