ना वक्त से कोई रंज है ,ना जख्मों से कोई गिला
ये मेरी किस्मत का कसूर है ,मेरे ही हौसले का सिला है । ।
( पुरषोतम प्रतीक बाबरा )
मुस्कराता है चेहरा ,और दिल रोता है
एक जोकर कि कहानी में ऐसा ही होता है । ।
(कुँवर नारायण )
ये मेरी किस्मत का कसूर है ,मेरे ही हौसले का सिला है । ।
( पुरषोतम प्रतीक बाबरा )
मुस्कराता है चेहरा ,और दिल रोता है
एक जोकर कि कहानी में ऐसा ही होता है । ।
(कुँवर नारायण )
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