Wednesday, 19 February 2025

भागवत पुराण 2sra दिन

 इसे पुरुषोत्तम मास किसने दिया? 

मलमास या अधिक मास को भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी शरण मे ले लिया है मलमास ने दुखी हो कर कहा था कि लोग हमे मलमास के नाम से पुकारते हैं क्योंकि हम बिना स्वामी के है तभी से उसका नाम श्री कृष्ण के नाम यानी पुरुषोत्तम मास पड़ा और कहा कि जो भी इस मास में मेरा मंगल कीर्तन करेंगे वे हमारी शरण में आ जाएंगे l

यह कथा सर्वश्रेष्ठ क्यों है? 

एक दिन नारदजी की भेंट सnkadik ऋषियों से हुईं तो वे बोले कि आप तो भगवान के अवतार है मैने सम्पूर्ण भूमंडल की यात्रा करने पर देखा कि कलयुग में सभी अधार्मिक हो गए हैं यह बात कही और दुखी हो गए मेरी भेंट एक स्त्री से हुईं वह बोली महाराज मेरा नाम भक्ति है मेरे 2 पुत्र ग्यान और बैराग हैं वे दोनो सोये हुये हैं अतः आप उन्हें जगा दीजिए तब नारदजी गीता का पाठ करने लगे तभी आकाशवाणी हुई कि नारदजी तुम सत्य कथा अर्थात भागवत कथा कहो तो नारदजी बोले यह कथा कहाँ करनी चाहिए तब ऋषि बोले कि हरिद्वार के आनन्द बन में l

तभी से आनन्द घाट पर भागवत कथा का प्रतिपादन किया गया उससे प्रसन्न होकर श्रीकृष्ण भगवान पीताम्बर पहने हुए प्राकट्य हुए नारदजी वीणा बजाने लगे सभी भक्तों ने गाना शुरू किया..

गोविंद हरे गोपाल हरे 

जय जय प्रभु दीन दयाल हरे. 

इस तरह ग्यान बैराग भी जग गए भक्ति प्रसन्न होकर मगन हो गई l


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