दइया घर में हुई गो बांट वांवरों पर के सोये गयो रे,
जेठ को मिल गई अटा - अटारी देवर को कमरा रे
दइया फूट गई तकदीर वांबरे को छपरा मिल गयों रे।
जेठ को ं मिल गई गइया - भैसिया, देवर को बैला रे I
दइया फूट गई तकदीर वॉवरे को पड़वा मिल गयो रे ।।
जेठ को मिल गयो बाप , देवर को मइया रे।
दइया फूट गई तकदीर वांवरे को बहना मिल गई रे।
जेठ को रह गयो अटा - अटारी, देवर को कमरा रे
दइया फूट गई तकदीर बावरे को छपरा जल गयो रे ।
जेठ को मर गयो बाप ,देवर की मैय्या मर गई रे ।
दइया फूट गई तकदीर, बावरे की बहना भाग गई रे ।।
दइया फूट गई तकदीर वांवरों पर के सोये गयो रे . . .
.शब्द अर्थ
दइया आश्चर्य?जनकशब्द
हुईगौ हो गया
वांवरों अपना पति
जेठ पति का बड़ा भाई
देवर पति का छोटा भाई
अटा- अटारी घर की छत
अर्पणा पाण्डे
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