Wednesday, 12 October 2022

लोक गीत ( हास्य)


हाय दैय्या औरैय्या के पुल पर

कैसी गुजरी, औरैय के  पुल पर

आठ चना की नौ मटरा की

सोलह फुलकिया  खाये गये , तऊ भूखे चले गए ।

आठ कुआँ को नौ तालन को,

सोलह समुद्र सोख गये तऊ,प्यासे चले गये   ।

आठ रे लड़का नौ रे बिटियां 

सोलह नाती छोड. गये तऊ, निरवंशी चले गये।

आठ कुँवारी नौ रे व्याही, 

सोलह महरियाँ छोड़ गये तऊ, मन मारे चले गये।

हाय दैय्या औरैय्या के पुल पर

कैसी गुजारी औरैय्या के पुल पर।।


अर्पणा पांडे . . .

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