रेवा आ ज सुबह सुबह आ गई होली की एक हफ्ते की छुट्टी पर सुबह रावी ईषा और दीपक लेने गये आते ही उनका स्वागत हुआ वे अपना पहले से ही बता देती है कि दादी पानी मे कलर डाल कर और फूल डालकर रखियेगा अबकी तो एक और फरमाइश कि पानी गर्म हो तो पैर धोने में ठंडा नहीं लगेगा और रंगोली बनाये उसमें लिखियेगा वेलकम टू रेवा सुनकर मजा भी आता है और बाल मन के ये शब्द बहुत खुशी देते हैं फिर वैसा ही किया दिनभर इंजवाय किया शाम को ये लोग घूमने भी गये मोतीझील हमको पूनम के घर सुन्दर कांड में जाना था वहाँ भी अच्छा लगा ।
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