भारत देश महान
इस भारत में गौ-रक्षा से कभी -
बही दूध की धार।
अब पानी को भी तरसत हैं
अकाल पड़े हर बार ।
स्वाइन-फ्लू और डेंगू बुखार -
से सब हो गए बेहाल ।
नामर्दी,कमजोरी आई -
रोते पकड़ कपार।
गाय बेचीं, बेटी भी बेचीं -
बुद्धि पर पड़े अंगार । ।
अर्पणा पाण्डेय ०
इस भारत में गौ-रक्षा से कभी -
बही दूध की धार।
अब पानी को भी तरसत हैं
अकाल पड़े हर बार ।
स्वाइन-फ्लू और डेंगू बुखार -
से सब हो गए बेहाल ।
नामर्दी,कमजोरी आई -
रोते पकड़ कपार।
गाय बेचीं, बेटी भी बेचीं -
बुद्धि पर पड़े अंगार । ।
अर्पणा पाण्डेय ०
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