कार्तिक-पूर्णिमा पर तुलसीबंदन-- तुलसा महारानी नमो-नमो हरि की पटरानी नमो-नमो --
कहाँ
बिराजें तुलसा , कहाँ बिराजें रामा ,और कहाँ बिराजें रे मोरे सालीग्रामा माटी बिराजे तुलसा ,मंदिर बिराजे रामा ,और सिहंघासन बिराजे मोरे सालीग्रामा क्या ओढ़े तुलसा , क्या ओढ़े रामा, और क्या ओढ़े रे मोरे,सालीग्रामा
साल ओढ़े तुलसा , दुशाला ओढ़े रामा ,काली-कमली (कम्बल
)के उढ़ैय्या मोरे सालीग्रामा...
तुलसा
महारानी नमो-नमो हरि की पटरानी नमो-नमो।
क्या खाएं तुलसा ,क्या खाएं रामा ,क्या खाएं रे मोरे सालीग्रामा
,लाडू खाएं तुलसा ,पेड़ा खाएं रामा ,दूध के पिलैया
मोरे सलीग्रामा। तुलसा महारानी नमो-नमो .......
(अर्पणा) bachpan se apni
maa ke sath har saal kartik maah me tulsi ki puja kar gati aa rahi hun
,is bar akele hi...aap logon ke sath gati hun.
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